पागल - भाग 30

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भाग–३० राजीव कमरे में आ चुका था । और मेरे दिल की धड़कने बढ़ चुकी थी। पता नही राजीव के मन में क्या चल रहा था आज की रात को लेकर । क्योंकि कॉन्ट्रैक्ट के बारे में बताते वक्त कहीं भी आज की रात का या आने वाली रातों का कोई जिक्र उसने नही किया था ।मुझे मेरी भूल का एहसास हुआ मुझे उससे पहले ही बात कर लेनी चाहिए थी । ये जानने के लिए कि इस मैरिज में किस हद तक हमे आगे बढ़ना है ? पर मैं एक लड़की हूं उससे ऐसी बात कैसे करती? मैने मन