मेरे हमदम मेरे दोस्त - भाग 5 (अंतिम भाग)

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मायरा की आवाज़ नीरा को यादों के भंवर से बाहर खींच लाई, “मम्मी भूख लगी है।” “क्या खाओगी?” पूछते हुए नीरा कुर्सी से उठी। “मैगी” मायरा उछलते हुए बोली। “नहीं मैगी नहीं। मैं पोहा बना रही हूँ।” कहते हुए नीरा ड्राइंग हॉल में दाखिल हुई।“नहीं मम्मी पोहा नहीं।” भूख ने मिशा का ध्यान भी मोबाइल से हटा दिया था और वह भी अपनी डिमांड रख रही थी, “मम्मी सैंडविच बना दो ना प्लीज!” मिशा के हाथ से मोबाइल छीनकर नीरा अपने कमरे में गई और विवान की फ़ोटो ड्रेसिंग टेबल पर रखकर बाहर आ गई।“मैं पोहा बना रही हूँ।” उसने