राधे राधे सभी को आज मैं ये कहानी एक छोटी सी नन्ही सी प्यारी लड़की के बारे में लिख रही हूं।जो अपना सब कुछ सिर्फ भगवान और समय पर छोड़ कर जीवन बिताती है।ऐसा नहीं है कि बह खुद से कुछ नही करती, ऐसा इस लिए है क्यू की बचपन से अब तक सिर्फ उसको बताया गया है कि सब कुछ भगवान की मर्जी से होता है। जब सब कुछ भगवान की मर्जी से होता है तो खुद करने की किया जरूरत है। बह मासूम बच्ची के मन में भगवान बिठा दिया है । तो देर ना करते है मैं