टूटी हुई उम्मीदों का घाव सबसे गहरा होता है l गुज़रा हुआ प्यारा वक़्त वहीं पे ठहरा होता है ll जाए तो कहां जाए पल भर की खुशी के लिए l कहीं पर भी जाओ ज़माने का पहरा होता है ll जानों दिल की लंबी सी जुदाई के दिनों में l जीने के वास्ते ख्वाबों का सहरा होता है ll दो पल की छोटी सी मुलाकात के अरमान से l गुलाब की तरह खिला हुआ चहरा होता है ll न सुनने वाली बात सुन लेता है कैसे भी l गलतफहमि मत रहो के समय बहरा होता