पिछले भाग में हमने देखा की रमनसिंह एक मंदिर की तरफ जाता है , उसके साथ साथ सब लोग वहां जाते है, वो अदभुत मंदिर का नजारा देखकर लोग अचंबित हो जाते है , वह कोई इंसान पूजा कर रहा होता है जिसकी आवाज बुलंद होती है को सबको अपनी तरफ आकर्षित करती है, दिखने में वो इंसान सबसे अलग दिखता है और शांत भी होता है । विद्यासिंह के पूछ ने पर भी वो इंसान अपनी पहचान नहीं बताता है और मुस्कुराकर गर्भगृह की तरफ चला जाता है । अंधेरा हो जाने के कारण सब मंदिर से लौट जाते