पागल - भाग 17

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भाग–१७ हेलो दोस्तों तो कहानी में अब तक राजीव और मेरी बहुत नोक झोंक हुई । लेकिन मैं ये जान चुकी थी कि भले राजीव की जिंदगी में मेरा कोई अस्तित्व हो चाहे ना हो लेकिन मेरी जिंदगी उसके होने से ही है । इसलिए मैं ने उससे लड़ना बंद कर दिया । मैं अब सोशल मीडिया से भी कोसो दूर थी। मैं व्हाट्सएप भी नही देखती थी। उसे काम होता तो वो मुझे कॉल कर देता था । मेरी एग्जाम भी हो चुकी थी अभी वेकेशन चल रहे थे और मीशा आई हुई थी। वो मुझे मिलने बुलाती थी