पागल - भाग 12

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भाग –१२ "पता नही यार , पर जबसे उसे देखा है , पागल सा हो गया हूं " "हां तो उसे प्यार ही कहते है " "नहीं यार फिर भी पहले में दोस्ती करना चाहूंगा। " वैशाली खुद ही राजीव के पास आई और दोस्ती का हाथ बढ़ाया । मुझे बड़ा गुस्सा आ रहा था । मैं उन दोनों को वहां अकेला छोड़ कर मीशा के पीछे जा बैठी। लेकिन अब भी मेरा ध्यान उन दोनों पर ही था , रस्में अभी चल ही रही थी। मिहिर मेरे पास आया, शायद वो पहले से मेरी और राजीव की केमिस्ट्री को