भाग–८ राजीव आज अलग ही मूड में मुझसे बात कर रहा था । मैं भी अचंभे में थी कि आखिर इसे हुआ क्या है? उसने मुझे किट्टू नाम से पुकारा , "बोल क्या काम है?" "यार मुझे भी शॉपिंग करनी है , कुछ समझ नही आ रहा क्या लूं, तू कुछ हेल्प कर दे ना" "ओहोहोहो , आज तो शहद टपक रहा है मुंह से, नही करती मदद जा" उसने मेरी चोटी पकड़ कर बाल खींचे । "आह्ह्ह" मैं चिल्लाई, "अरे क्या बच्चों की तरह लड़ते हो अभी भी । राजीव क्यों परेशान करता है उसे " सम्राट अंकल ने