भुतिया एक्स्प्रेस अनलिमिटेड कहाणीया - 8

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Qएपिसोड 8 काळा जादू "नंगा...! आसमान कब इतना भर गया...!" नीताबाई ने रसोई की खिड़की से बाहर देखते हुए कहा। इस समय सूर्य का प्रकाश, जो पहले दिखाई दे रहा था, काले बादलों द्वारा अवरुद्ध था। वातावरण में गर्मी ख़त्म हो गई थी और उसकी जगह अनैच्छिक ठंड ने ले ली थी। कुछ क्षणों में बदले हुए माहौल की प्रकृति ने मानव मन को यह अहसास करा दिया कि कुछ होने वाला है।मानवीय समझ से परे का दृश्य था। कभी-कभी उन काले बादलों से भारी वर्षा होने लगती थी। इसके साथ ही मन को चकरा देने वाली बिजली एक के