मन्नत के धागों से ख़ुदा को मनाना छोड़ दिया l अपने और अपनों के लिए सताना छोड़ दिया ll अँधेरों से न घबराना, किसीसे आश भी नहीं रखते l छोटी छोटी बातों को दिलसे लगाना छोड़ दिया ll बेवजह सोच के परेशान नहीं रहना ओ करना l रूठे हुए को मनाके प्यार को जताना छोड़ दिया ll एकतरफ़ा बेनामी रिश्तों को निभाते नहीं रहेना l हर लम्हा हर पल की खबरें बताना छोड़ दिया ll लोगों को खुश रखने की नाकाम कोशिश करके l आज़माके समझाने के साथ ज़माना छोड़ दिया ll १-३-२०२४ फागुन