द्रोहकाल जाग उठा शैतान - 46

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एपिसोड ४६□□□□□□□□□□□□□□□□□ "भस्म किसी राक्षस का नाम नहीं लगता!" लंका ने पीछे से अपना पक्ष प्रस्तुत करते हुए कहा। "अरे! तुम बात नहीं कर सकते और सुन नहीं सकते?" संतया ने थोड़ा गुस्से में कहा। जैसे ही लंका ने अपना सिर हिलाया, वह जारी रहा। "भस्म का जन्म जल्दी हो गया था...वह अपनी माँ से बीमार हो रहा था। लोगों को मज़ा नहीं आएगा अगर वे कहेंगे कि उनकी माँ बीमार हो रही है!" सांत्या के इस वाक्य पर लंका ने अपना सिर हिला दिया। "पान भस्मरवा को यह बिल्कुल भी पसंद नहीं था कि कोई उसका मज़ाक उड़ाए.. उसे