द्रोहकाल जाग उठा शैतान - 42

  • 1.6k
  • 378

एपिसोड केवल 18 वयस्कों के लिए.. प्यारा, रोमांचकारी, हिंसक। डरावना.. लेखक: जयेश ज़ोम्ते (JAY) इस कहानी में रोमांस-सौन्दर्यात्मक दृश्य दिखाया गया है। कहानी के लिए उपयोगी होने के कारण उनका उपयोग किया गया है। यह कहानी केवल वयस्कों और मजबूत दिमाग वाले पाठकों के मनोरंजन के लिए बनाई गई है, कहानियों के माध्यम से समाज में किसी भी तरह की अश्लीलता फैलाने का कोई इरादा नहीं है, या लेखक की मंशा है...पाठक ध्यान दें यह!"ओ तैदे! कौन मस्ती रहेगी तू मेरी..! मेरा शरीर बैल जैसा दिखता है..! एक दिन तू भैंस जैसा हो जाएगा।'' भौंहें तन गईं...! जिसे देखकर उसने