"पागल,, हां सही नाम से पुकारा करता था वो मुझे। (हंसते हुए) पागल ही तो हूं मैं उसके लिए , उसके पीछे , उसके प्यार में।" ये कहानी है एक ऐसी लड़की की जो एक लड़के के प्यार में पागल थी। लेकिन उसकी किस्मत ने उसका साथ ना दिया उसे उसका प्यार तो मिला लेकिन एक कॉन्ट्रैक्ट पेपर पर, आखिर में कॉन्ट्रैक्ट पूरा होने के समय से पहले ही कुछ ऐसा घटित होता है कि कॉन्ट्रैक्ट से पहले ही वो लड़की कहीं गायब हो जाती है। क्या है इस कहानी का सच जानने के लिए अभी पढ़िए मेरी ये कहानी "पागल"