पावागढ़ मंदिर - भाग 2

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एपीसोड --2 अजमेर के मेयो कॉलेज में पढ़े कर्ण ग्रोवर को ग्यारह वर्ष की उम्र से कार्ड बोर्ड के घर बनाने का शौक था। मुम्बई में अपने पिता की फ़र्म में ना काम करके उन्होंने वडोदरा में आर्किटेक्चर की डिग्री स्वर्ण पदक लेकर प्राप्त की। व इसी शहर में बस गए।अपनी फ़र्म स्थापित कर्ण ग्रोवर एशोसिएट्स करके अनेक विशाल कलात्मक बंगले बनाकर इस शहर को दिए। श्री कर्ण ग्रोवर को तैराकी का शौक था। उन दिनों पुरातत्त्व विभाग के अध्यक्ष श्री आर. एन. मेहता विश्वविद्यालय के स्वीमिंगपुल के इंचार्ज थे। वे ग्रोवर से बेहद प्रभावित थे. गुजरात की मध्यकालीन युग