भुतिया एक्स्प्रेस अनलिमिटेड कहाणीया - 3

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एपिसोड ३ तावीज एक बज चुका है. मात्र 1 घंटे की पैदल यात्रा के बाद वे अपने-अपने घर पहुंचने वाले थे। "भाईलोक! अब कुछ मत कहो..! जोर से चलो..!" कृष्ण ने कहा. लेकिन राघव को अपने वाक्य का मतलब नहीं पता कि वह ऐसा क्यों कह रहा है। "क्या बात है किशन! क्या हुआ..? तुम ऐसे क्यों बात कर रहे हो..?" राघव ने बिना रुके पूछा। जयदीप ने उनकी बात का समर्थन किया. "अरे राघव! अभी 10 मिनट में कुआँ चाहिए होगा..! गंगा खविस के कुएँ की तरह जोर-जोर से चल रहा है..!" "वह गिरोह का डाकू क्यों है? मैंने