आत्मनिर्भरता

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आत्मनिर्भरता सेठ किरोड़ीमल कई फैक्ट्रियों के मालिक थे। ईश्वर की कृपा से उन्हें पैसों की कोई कमी नहीं थी। यही कारण है कि वे अपने कर्मचारियों को पर्याप्त वेतन, भत्ते और सुविधाएं देते थे। इसलिए उनकी फैक्ट्रियों में काम करने वाले सभी कर्मचारी खुश रहते थे और सेठजी का बहुत सम्मान भी करते थे। एक बार उनके यहां काम करने वाले कर्मचारियों के घर की महिलाओं ने सेठ जी से भेंट करते हुए कहा, "सेठ जी, हमारे परिवार के पुरुष सदस्य आपकी फैक्ट्रियों में काम करते हैं। उनको मिलने वाली वेतन-भत्तों से हम सबका गुजारा बहुत ही अच्छे से हो