राजस्थान की रेतीली धरती पर, जहां इतिहास के किस्से हवा में घूमते हैं, एक ऐसा रहस्य छुपा है जो सदियों से लोगों को खौफ में डाले हुए है। ये कहानी है एक ऐसे वेयरवूल्फ की, जो चांद की रोशनी में अपना असली रूप धारण कर निर्दोषों को अपना शिकार बनाता है। कहानी शुरू होती है जैसलमेर के सुनहरे रेगिस्तान में बसे, मरुधर गांव से। गाँव के बुजुर्गों की मान्यता के अनुसार, पूर्णिमा की रात को जब चांद रेत के टीलों पर अपना जादू बिखेरता है, तो अंधेरी पहाड़ियों से एक दहाड़ गूंज उठती है। यही दहाड़ वेयरवूल्फ की दहाड़ होती