मिस्टी जो अगस्त्य की ऐसी हरकत देखकर उसे चिढ़ गई थी और अगस्त के बिना कुछ जाने से उसेगुस्सा आ जाता हऔर वो नीचे से एक पत्थर उठाकर सीधे उसके सर पर मरती है ।। अगस्त अपने सर पड़कर हाय मार डाला रे मेरे सर बोलते हुए पीछे देखता है जहा खाली रोड में उसे सिर्फ मिष्टी के अलावा कोई दिखाई नही देता।।वो अगस्त्य अपनी आंखे रब करते हुए मिष्टी को देखता हैं n जो उसे ही घूर रही थी पहले तो अगस्त को यकीन नहीीं होता फिर वो वापिस मिष्टी के पास जाकर उसे एक उंगली दिखाते हुए,, तुम