तुमने मार दिया महिरा सक्सेना को, पिछले ढाई साल पहले ही मार दिया था, तुम्हें क्या लगा था उस रात में कहां चली गई थी हां नहीं पता ना तुम्हें कुछ नहीं पता तुम्हें तुम्हें तो यह भी नहीं पता कि मुझे तुम्हारी असलियत भी पता चल गई । वह तो अच्छी बात है मैं तुम्हारी असलियत देख ली थी वरना तुम तुम तो पता नहीं और क्या-क्या करते मेरे तुमने तो शर्त लगाई थी ना कि मुझे एक महीने के अंदर अपने बाद तक लाने की देखा तुमने अपनी शर्त जीत ली । और अब एक लड़की की जिंदगी