नोट: कहानी केवल कल्पना मात्र है! शुरुआत से ही मुझे सोशल मिडिया से अच्छा खासा लगाव रहा है... लेकिन कभी ज्यादा सोशल ना हो जाऊँ.. इसलिए खुद को व्हाट्सप् तक ही समेट लिया था.... और मेरा सबसे पसंदीदा काम होता है कि मैं स्टेट्स कुछ ऐसा लगाऊं की अगर कोई देखे तो कम से कम कुछ पल तो मुस्कुराये। अपने आप से मेरा जो लगाव था वो बचपन से ही कुछ ज्यादा रहा है.... सबसे पहला मेरा कोई अगर पसंदीदा इंसान रहा है...तो वो मैं खुद ही हूँ... ये बात मेरे घर वाले तो बचपन से जानते ही थे, लेकिन