एक थी नचनिया - भाग(३८)

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कस्तूरी को देखकर जुझार सिंह को एक ही पल में सब समझ आ गया कि हो ना हो,मोरमुकुट और माधुरी मुझसे बदला लेना चाह रहे हैं,लेकिन ये समझ नहीं आया कि मोरमुकुट सिंह इस कस्तूरी का क्या लगता है,वो इसी उधेडबुन में लगा हुआ था और तब तक कस्तूरी भी वहाँ से जा चुकी थी,तभी ललिता नर्स ने देखा कि वो बूढ़ा अभी तक वहाँ खड़ा हुआ है और उसने उसके पास जाकर पूछा.... "आप! अभी तक गए नहीं,लगता है आपका इरादा बदल गया" "नहीं! मैं बस जा ही रहा था कि तभी मैंने उस लड़की को देखा ,क्या वो