फूल और तितली एक तितली मायूस सी बैठी हुई थी । पास ही से एक और तितली उड़ती हुई आई । उसे उदास देखकर रुक गई और बोली - क्या हुआ ? उदास क्यों इतनी लग रही हो ?वह बोली - मैं एक फूल के पास रोज जाती थी । हमारी आपस में बहुत दोस्ती थी । बड़ा प्रेम था । पर अब उसके पास समय ही नहीं है मेरे लिए । वह तो बहुत व्यस्त हो गया है दूसरी तितली बोली - वह व्यस्त हो गया है तो तेरे पास तो समय है न तू तो जा सकती है