Ep २३. यह कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है और इसका वास्तविक जीवन से कोई लेना-देना नहीं है. कृपया कहानी को मनोरंजन के उद्देश्य से पढ़ें..! न ही ईमानदार होना. धन्यवाद..! मार्शल, निल-शाइना, सोजवाल-प्रणय आर्यांश, सागर और बुढ़िया उस बुढ़िया के घर में इकट्ठे हुए थे। वृद्ध शाइना-प्रणय डाइनिंग टेबल के पास कुर्सियों पर बैठे थे, जबकि बाकी लोग खड़े थे। हॉल में चार दीपक जलाए जाते हैं। उस दीपक की अम्बर रोशनी पूरे हॉल में फैल गई, दीवारों से चिपक गई। अम्बर रोशनी में सबके चेहरे भय से त्रस्त थे। कभी-कभी जो आप पहले देखते हैं! क्या यह सचमुच