सिर्फ दोस्तमैं उसके लिए बस just friend की तरह था, उसके हेडफोन के replacement की तरह था. उसको सफर में कोई टाइम काटने को बात करने वाला चाहिए था, मुझ में कोई ऐसा उसको intrest-vintrest नहीं था. पर उससे बस Hi - Hello वाली तो मेरी बात ही नहीं होती थी. मुझे ऐसा लगता था, कि वह अपनी पर्सनल बातें मुझसे शेयर करती थी. मैं फिर just friend वाला relation उसको कैसे मान लेता, पर वह तो बस just friend की रट लगाए रखती थी. मैं भी अपने दिल से रोज कहता था कि उसको friend की नजर से देखाकर,