1.मां मुझे डर लगता है . . . .बहुत डर लगता है . . . .सूरज की रौशनी आग सी लगती है . . . .पानी की बुँदे भी तेजाब सी लगती हैं . . .मां हवा में भी जहर सा घुला लगता है . .मां मुझे छुपा ले बहुत डर लगता है . . . .मां मुझे डर लगता है . . . .बहुत डर लगता है . . . .याद है वो काँच की गुड़िया, जो बचपन में टूटी थी . . . .मां कुछ ऐसे ही आज में टूट गई हूँ . . .मेरी गलती कुछ भी