नाम जप साधना - भाग 12

  • 2k
  • 969

नाम जप से स्वभाव सुधारगदे स्वभाव वाला व्यक्ति स्वयं भी जलता रहता है और दूसरों को भी जलाता रहता है। कुसंग वश या पूर्व जन्म के संस्कार वश व्यक्ति कई प्रकार के व्यसनों में ऐसा फँस जाता है कि वह इन गंदी आदतों से छूट सकता है, यह सोचना भी उसके लिए कठिन हो जाता है। कोई शराब, भांग, बीड़ी, सिगरेट या अन्य नशीले पदार्थों के सेवन का आदि बन चुका है तो कोई जुआ, सट्टा आदि का शिकार है। कितने ही लोग अपने जीवन का अधिकांश भाग फिल्में देखने व फिल्मी पत्रिकाओं तथा अश्लील पुस्तकों को पढ़ने में ही