और दीवार पर एक पंच मारता है ।और अपनी वार्निंग टोन वह बोलता है तुम्हें एक बार मेरी बात समझ में नहीं आती क्या तुम,,,, सिर्फ तुम सिर्फ और सिर्फ मेरी हो समझी ,,तुम्हारा तुम्हारी हंसी तुम्हारे आशू तुम्हारी जिस्म हर एक चीज पर सिर्फ और सिर्फ मेरा हक होगा आइंदा मुझे कोई भी लड़का तुम्हारे आसपास नहीं दिखना चाहिए वरना वह उसका आखरी दिन होगा।।।।नायरा धीरे से अपनी आंखें खोलती है उसकी आंखें पूरी भीगी हुई थी ,,और वह रक्षित की आंखो में देख रही थी जो अब शांत हो रही थी धीरे-धीरे रक्षित नायरा के एकदम पास जाकर