एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में जहां सभी एक-दूसरे को जानते थे। एक साधू आया जिसने एक युवक को देखा जो बहुत ही असहाय और टूटा-फूटा सा दिख रहा था। युवक के चेहरे पर छुपे दर्द को साधू ने महसूस किया और उससे मिलने का निर्णय किया। साधू ने उससे उसकी कहानी सुनने की प्रारंभ की। युवक की कहानी बताते हुए, साधू ने जाना कि उसका नाम विक्रम था। विक्रम के पिताजी कुछ साल पहले ही इस संसार को छोड़ गए थे और उसकी माँ भी उसके बाद दुखी होकर अपनी दुनिया छोड़ गई