भगवान राम के अनन्य भक्त वीर हनुमान को भारतीय पौराणिक चरित्रों में उत्तम पद प्राप्त है हनुमान जी को रुद्र का अवतार माना गया है। हनुमान जी के रोम रोम में राम बसा है। सुन्दर काण्ड में मारुति चरित्र का अदभुत वर्णन है। हनुमान जी का जन्म मॉं अन्जना की कोख से हुआ है। उनके पिता केसरी है। वाल्मिकी रामायण किसकिन्धा काण्ड के अनुसार एक बार मां अन्जना ने अद्भुत श्रृंगार किया।पीली साड़ी में उनकी शोभा अपरम्पार थी। वे पहाड़ पर चढ़कर प्रकृति को नीहार रही थी, उसी समय उनके मन में एक सुयोग्य पुत्र प्राप्ति की इच्छा जाग्रत हुई।