जब पंडित शोभराज घर पहुंचे उस वक्त चिन्मय घर पर नही था उन्होंने पत्नी स्वाति से चिन्मय द्वारा बाज़ार में किसी आदिवासी परिवार के लिए कपड़े आदि खरीदने की बात बताई और पूछा की उनको बेटे कि इस कार्य का पता है माँ होने के नाते स्वाति ने पति शोभराज से बताया चिन्मय उनसे सिर्फ किसी कोल आदिवासी परिवार को भोज में आमंत्रित करने के लिए आपकी अनुमति चाह रहा था जिसे मैंने आपको बताया ही था । पति पत्नी कि बार्ता चल ही रही थी कि चिन्मय आ धमका पंडित शोभराज ने बेटे से बड़े सहज भाव से