माला जप का प्रचारहरिनाम जप का सर्वश्रेष्ठ आधार माला माना जाता है। भजन में सहायक दो ही हैं, नाम निष्ठ साधकों का संग एवं माला। विश्व के सभी प्रमुख धर्म सम्प्रदायों में माला का न्यूनाधिक प्रचार है। सभी जप माला का प्रयोग करते हैं। मुसलमानों में माला को 'तसबीह' कहा जाता है। इसमें निन्यानवे मनके होते हैं, तसवीह पर 'अल्लाह' का नाम जपते हैं। जैनों की माला में एक सौ ग्यारह मनके होते हैं। इसमें एक सौ आठ पर तो 'णमों अर्हिन्ताय' का जप करते हैं, शेष तीन पर 'सम्यग्दर्शन ज्ञान चरित्रभ्यो नमः' का जप करते हैं। सिक्ख सम्प्रदाय में