कलवाची--प्रेतनी रहस्य - भाग(७३)

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तब एकाएक कौत्रेय बोला... "यदि सारन्ध राजमहल के बाहर किसी सुन्दरी से मिले ,तब तो सरलता से उसका आपहरण किया जा सकता है" "हाँ! इस कार्य के लिए हमें राजमहल के किसी सदस्य की सहायता लेनी होगी",महाराज कुशाग्रसेन बोले... "किन्तु! ये असम्भव है,वहाँ कोई भी हमारी सहायता नहीं करेगा",कुशाग्रसेन के पिता प्रकाशसेन बोले... "इस कार्य में राजमहल का सदस्य ही हमारी सहायता कर सकता है",कालवाची बोली.... "ये कैसें सम्भव है कालवाची! तुम्हारी दृष्टि में ऐसा कौन है जो हमारी सहायता कर सकता है",भैरवी बोली... "सेनापति बालभद्र हमारी सहायता करेगें",कालवाची बोली.... "किन्तु! उन्हें हमारी सहायता हेतु कौन सहमत करेगा",भूतेश्वर ने पूछा....