असमर्थों का बल समर्थ रामदास - भाग 15

  • 1.5k
  • 639

कर्म उपदेशसमर्थ रामदास का लोगों की समझ बढ़ाने का तरीका कई बार अनूठा होता था। जब भी वे भिक्षा माँगने जाते तो उसके पीछे भी यही उद्देश्य होता कि जनसंपर्क बढ़े और सामाजिक परिस्थिति का आँकलन होता रहे।वे जहाँ भी जाते. लोगों का निरीक्षण और परिस्थिति का अवलोकन करते। लोगों की दिक्कतें जानकर, उनके प्रतिसाद से अपने मन की स्थिति भाँपते। जिससे वे अपनी साधना कितनी सफल हुई है, यह भी परखते।इस बहाने समाज किस तरफ जा रहा है, यह देखना और लोगों का सही मार्गदर्शन करना, यही उनका असली उद्देश्य था। उन्हें कुछ नई बातें भी सुनने को मिलती