पिछले भाग में हमनें देखा कैसे,राजा माधव सिंह राठौड़ ने लुटेरों का पता लगा लिया और उसने उन पर हमला करने के लिए आदेश दिया,अब क्या होगा?देखतें हैं...जब राजा माधव सिंह राठौड़ ने आदेश दिए तो सब तैयार हो गए,पूरा लश्कर इकट्ठा हो गया और सब दौड़ पड़े पहाड़ियों की तरफ जहां लुटेरे रहते थे।लश्कर सरपट सरपट दौड़ कर पहाड़ियों पर पहुंचा,गुप्तचर(जासूस) ने इशारा किया,राजा माधव सिंह राठौड़ समझ गया की वो अब मंज़िल पर आ गए हैं।राजा माधव अपने घोड़े से उतर कर गुप्तचर(जासूस) के पास गया,उसने लुटेरों की ऐन जगह दिखाई ज़्यादातर लुटेरे तितर बितर हो कर सोए