दर्द दिलों के - 5

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आरवी शीशे के सामने बैठी हुई है और अपने ही ख्यालों में खोई हुई है। तभी ईशा वहां आती है और कहती है - आरवी बता न कोन से ईयरिंग पहनू। आरवी कोई जवाब नहीं देती है। ईशा उसके कंधे पर हाथ रखती है और कहती है - मैडम कहां खोई हुई हो ? आरवी चौंक के कहती है - कहीं नहीं। तू बता कब आई । ईशा कहती है - आरवी क्या हुआ ? तू ठीक है न। वैसे ठीक होगी भी कैसे तेरी जान तो कहीं और ही अटकी हुई है। क्यों सही कहा न ? आरवी उदास