नील गगन ने बहुत कुछ सिखा दिया l उदास मुखड़े को हसना सिखा दिया ll पूनम की मिलन की रात में सखी ने l मुहब्बत का शीतल जाम पिला दिया ll जिंदगी तो मुसलसल एक सफ़र है l हमराही बनाकर साथ निभा दिया ll दिलों जान से चाहत लुटाते आ रहे हैं l खामोशी से पलकों को बिछा दिया ll जानते हैं वज़ह तड़प ओ तरस की तो l जुदाई के पलों का हिसाब गिना दिया ll १६-१०-२०२३ महफिल में खुशियों के बादल छाने लगे हैं l इश्क़ ने कहा कि वो नज़्म गाने