अन्धायुग और नारी--भाग(२३)

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और ये चाचा जी की सोची समझी चाल थी,उन्हें पता था कि चाची उनके आने की खबर जरूर उन तीनों को देने जाएगीं,उन सभी से ये कहेगीं कि सावधान रहना ठाकुर साहब हवेली आ चुके हैं,चाची ने उन तीनों को हवेली के तलघर में छुपाया था,वहीं उन्होंने उनके रहने सोने का इन्तजाम किया था और चाची उन सभी को अब ये खबर देने सीढ़ियांँ उतरकर तलघर पहुँचीं,वें नीचे पहुँची तो सब अभी भी सोए पड़े थे,चाची ने तुलसीलता को जगाते हुए कहा.... "तुलसी जागो! ठाकुर साहब हवेली में आ चुके हैं,अब तुम तीनों सावधान रहना", तुलसी आँखें मलते हुए जाग