रिश्ते… दिल से दिल के - 9

  • 3.3k
  • 1.7k

रिश्ते… दिल से दिल के एपिसोड 9 [विराज की घिन्होनी हरकत] आकृति पार्टी में जाने के लिए अच्छे से तैयार हो चुकी थी। उसने खुद को आईने में निहारा और बोली, "हाए! कितनी सुंदर लग रही हूं मैं! आज तो विराज को फिर से मुझसे प्यार हो जायेगा।" कहकर वो बाहर निकलने वाली थी कि गरिमा जी उसके रास्ते में आ गईं और उसे रोकते हुए बोलीं, "ये इतना तैयार होकर कहां जा रही हो तुम?" "मैं आज एक पार्टी में जा रही हूं।" "किसके साथ?" "किसके साथ, मतलब? अकेले भी तो जा सकती हूं।" "अक्कू! सच–सच बताओ, उस लड़के