सिकंदर दिल्ली में सरकारी नौकरी करता था, वह जब भी अपने गांव आता था, तो अपने बचपन के दोस्त रामफल और उसके परिवार के लिए दिल्ली से कुछ ना कुछ खाने पीने की चीज या अन्य कोई सामान लेकर जरूर जाता था।रामफल अनपढ़ सीधा-साधा ईमानदार सच्चा इंसान था, उसे अपने गांव के अलावा दुनिया की कोई जानकारी नहीं थी, वह बचपन से आज तक अपने गांव से अपने आसपास के गांव में भी घूमने फिरने नहीं गया था।रामफल बहुत ज्यादा मेहनत मजदूरी करने के बाद भी अपने बीवी बच्चों को दो वक्त का खाना भी बड़ी मुश्किल से खिला पता