पहली फोटो उस बन्दे की है, जिसने भगतसिंह का केस लड़ा। इनका परिचय दूं.. इसके पहले एक मजेदार घटना बताता हूँ। 2020 में मैनें भक्तों की भीड़ पर रैंडम पत्थर फेंका। चार लोग चोटिल हुए। पूछताछ में पता चला, उसमे से 3 इंजीनियर थे। ●●यही रैंडम पत्थर अगर 1920 में देशभक्तों पर फेंका होता, तो चार में से 3 वकील निकलते। खराब एनॉलजी के लिए क्षमा, पर कवि कहना चाहता है कि जैसे आजकल सब भरभरा के इंजीनियरिंग करते है। तब लोग वकालत करते थे। मगर जैसे आज के इंजीनियरिंग पढ़े सारे लोग बिल्डिंग नही बनाते, वैसे ही तब वकालत