भगिनी निवेदिता---- नंदू अपने परिवार में अकेला ऐसा सदस्य था जिसके ऊपर उसके बाबा भाई बहन कि निगाहे लगी रहती उन दिनों नंदू कि पारिविक स्थिति ठीक नही थी आय का कोई श्रोत था नही और नंदू अपने पैतृक गांव जाकर खेती बारी में खुद को उलझाना नही चाहता था।नंदू ट्यूशन पढ़ाता और परिवार का भरण पोषण करता नंदू छोटे भाई बुद्धिपाल एव बहन कुष्मांडा बाबा एव दादी के साथ रहता ।बहन का विवाह भी नंदू ने अपने मित्र भोलेन्द्र के चचेरे भाई से तय किया विवाह जैसे तैसे सम्पन्न हुआ कुष्मांडा अपने ससुराल चली गयी ।परिवार में सिर्फ बाबा