एक थी नचनिया--भाग(७)

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इधर श्यामा डकैत जुझार सिंह को मारने की योजना बनाती रही और उधर जुझार सिंह अपने परिवार के साथ रातोंरात कलकत्ता के लिए रवाना हो गया... ये बात जब श्यामा को पता चली तो उसका खून खौल उठा,लेकिन उसने सोचा कोई बात नहीं,कभी ना कभी तो जुझार सिंह पकड़ में आएगा ही क्योंकि उसकी सारी जमीन जायदाद तो अभी यहीं पर है,इधर कस्तूरी अपने जीवन से निराश हो चुकी थी और उसने आत्महत्या करने की कोशिश की,लेकिन ऐन मौके पर श्यामा की माँ ने उसे बचा लिया,अब कस्तूरी के मन में जीने की आस खतम हो चुकी थी और वो