जब अखिल बाथरूम से बाहर आया तो सना अपने आप में ही नींद में कुछ बड़बड़ा रही थी , और तब अखिल उसके करीब जाकर उसकी बातों को सुनने की कोशिश करने लगा सना बहुत ही प्यार से कह रही थी , , , रूद्र , रूद्र कहां हो तुम प्लीज मुझे अपने साथ ले जाओ , मैं किसी और की पत्नी होना बर्दाश्त नहीं कर पा रही हूं , आज उसने मुझे अपने गंदे हाथों से छुआ मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगा… मुझे छूने का मुझे प्यार करने का हक बस तुम्हारा है रूद्र….सना यह सब कहते हुए बहुत