जानकी की नजर परी पर गयी , जो सबको उसके पास देखकर जेलेस फील कर रही थी । जानकी उसके पास आई और उसके गालों को चूमते हुए बोली " जानू सिर्फ आपकी हैं बाकी सबके लिए वो डुबलिकेट कॉपी । जाइए जाकर पढ़ाई कीजिए हम दोपहर में आपको लेने आएंगे । " परी मुस्कुराकर अपने दोस्तों के साथ वहां से चली गई । राघव दूर खडा ये सब देख रहा था । जानकी वापस गाडी में चली आई । राघव उसे लेकर हवेली के लिए निकल गया । राघव के फ़ोन की रिंग बजी तो उसने गाडी साइड में