शकराल की कहानी - 6

  • 3.7k
  • 2.2k

(6) फिर वह खेमे में आये थे। आदिल के आठ साथियों को दूसरे खेमों में भिजवा दिया गया था। शेष दो आदमी इसी बस्ती के रहने वाले थे। “ओ सूरमा---'मेरे बड़े भाई। आदिल कह रहा था। आस्मान वाला हम पर मेहरबान है कि उसने फिर तुम्हें भेज दिया। “कोई खास बात———?” राजेश ने पूछा बहुत ही खास, मगर यहां नहीं बताऊंगा। तुम्हें मेरे साथ चलना। सरदार बहादुर तो ठीक हैं—? हां राजेश समझ गया कि आदिल यहां किस कराल की कहानी चाहता उसने कहा। मेरे साथ तीन आदमी और है--- मैं सब सुन चुका हूँ और जो कुछ भी हुआ