ताश का आशियाना - भाग 30

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जैसे ही सुबह हुई, तुषार की नींद खुल गई।उसने एक बार फिर सिद्धार्थ को देखा।उठ भी जाओ अभी रागिनिजी आपकी ही है।बस उठ जाओ, बहुत सारे प्रोजेक्ट बाकी है।भूल गए क्या? आप शादी लायक लड़की धुडंकर देने वाले हो मुझे, वादा किया है ना आप ने बड़ी मां से।तुषार के आंखो से आसू टपक गया जो सिद्धार्थ के हाथो को गीला कर दिया।वो बिना और कुछ बोले बाथरूम में चला गया। वो हिम्मत नहीं हारेंगा यही सोच रख उसने अपने आंखो को पानी से साफ किया।बाहर आया तो नर्स आइवी बदलने आई थी।"सिस्टर!" नर्स पीछे मुड़ी।"कब तक भाई ठीक होगा।""वो