तभी राज कहता है "हां तो तुम्हे उठने को बोल कौन रहा है?आराम से बिस्तर पर ही लेटी रहो समझी?"राज के इतना कहते ही अमीषा कहती है"यार ये कपड़ा ठंडा हो गया इसे गर्म करना है वरना मेरा पेट दर्द से दम घुट जाएगा।"राज अमीषा के तरफ घूरते हुए देख कर कहता है"ऐसे बोल रही हो जैसे यहां मैं हू ही नही लाओ कपड़ा मैं गर्म कर के लता हू।"राज ये कहते हुए अमीषा के हाथ से वो कपड़ा ले लेता है तभी अमीषा कहती है"तुम रहने दो वैसे भी तुम मेरे लिए स्कूल से आए वही बहुत है अब