अमीषा जैसे ही ये कहती है राज मुंह बनाते हुए कहता है"ये लो आज कल भलाई का जमाना ही नही रहा यहां मैं तुम्हारे लिए स्कूल से भाग कर आया और तुम जाने को कह रही हो और वैसे भी अब तो मैं स्कूल जाने से रहा और न घर जाऊंगा तो जब तक स्कूल की छुट्टी नही हो जाती मैं यही तुम्हारे घर पर तुम्हारे साथ रहूंगा और तुम्हारा ख्याल रखूंगा अब ज्यादा झांसी की रानी मत बनना की मैं अपना ख्याल रख लूंगी क्युकी मुझे भी पता है ।जब पर दर्द होता है तो कैसा लगता है तो