प्रसिध्द ग्रीक दार्शनिक Heraclitus की ये पंक्तियाँ आज भी बेहद प्रासंगिक है | उपरोक्त कथन दर्शाता है कि इस दुनिया में केवल एक चीज़ हमेसा से वर्तमान /available है और वह है बदलाब | हमे अपने आस पास हो रहे बदलावो को अपनाने व उनके अनुसार अपने जीवन को बदलने की जरूरत है | बदलाव कोई एकायामी वस्तु नही, अपितु ये एक बहुआयामी प्रसंग है | एक प्रसंग में बदलाव लगभग सारे अन्य प्रसंगो में भी बदलाव उत्पन्न करता है | जैसे - राजनीती में बदलाव समाज में भी बदलाव लता है और अर्थव्यवस्था में भी | समय के अनुसार,