कछुआ युग के सवाल का कुछ जवाब नहीं दे रहा था उसकी नजरें मरे हुए कौओं पर गड़ी हुई थी जिसे देखकर उसके मन का ख़ौफ़ बढ़ते जा रहा था। युग कछुए को हिलाते हुए कहता है – "अरे क्या हुआ, तू चुप क्यों हो गया, बता ना ग्रेव्यार्ड कोठी का दरवाजा लगाने के लिए लोगों ने अपनी जान क्यों दी?" कछुआ डरते हुए कहता है – "लोगों ने अपनी जान दी नहीं बल्कि यक्षिणी ने उनकी जान ली थी, युग।" युग हैरानी के साथ कहता है – "क्या! पर एक बाबा ने तो बताया था